शिवाड़ 21 सितम्बर। बनास नदी में पानी की आवक अधिक होने से एचेर रपट के उपर से पिछले 52 दिनों से पानी बहने के कारण जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर वह तहसील चौथ का बरवाड़ा का मार्ग बंद पड़ा था। जिसके कारण क्षेत्रीय लोगों श्रद्धालुओं को काफी परेशानियां हो रही थी।
जानकारी के अनुसार शनिवार को पानी की आवक कम होने से ऐचेर रपट पर आवागमन पुनः शुरू हो गया। जिससे लोगो को काफी सुविधा मिली। उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध के गेट खोल देने के कारण बनास नदी उफान से बह रही थी। इससे पूर्व एक महीने से अधिक बारिश होने के कारण इसरदा कॉफर डैम में पानी की आवक अधिक होने से डैम के सभी गेटों को खोल देने के कारण बनास नदी एक महीने से उफान पर चल रही थी। जिसके कारण शिवाड़ महापुरा टापुर इसरदा सारसोप पंचायत सहित डेढ़ दर्जन गांव ढाणियों का संपर्क जिला मुख्यालय तहसील से कटा हुआ था। अब पानी की आवक नहीं होने से रास्ते पर पानी की आवक कम हो गई है। हालांकि रपटे के नीचे से नदी का पानी तेज बहाव से बह रहा है जिसके चलते वहां पानी में उतरने, नहाने धोने से दुर्घटना का अंदेशा रहेगा।
राम राय चौधरी ने बताया कि चौथ का बरवाड़ा से शिवाड़ से जयपुर जाने के लिए 7, 8 वर्ष पूर्व 6 करोड़ की लागत से रपट का निर्माण किया गया था। लेकिन रपटे के नीचे पाइपों की संख्या कम रखने से एवं रपटे की ऊंचाई नहीं बड़ाई जानें से बारिश के समय बनास नदी में पानी आ जाने पर इसका लाभ क्षेत्रीय वासियों एवं आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को नहीं मिला और मार्ग को बंद रहता है। पानी की आवक के दौरान नदी को पार करते समय गिरकर चोटिल होने से एवम बहकर 8, 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। बीसलपुर बांध से पानी की आवक बंद होने से रास्ते पर पानी की आवक कम हुई जिससे लोगो को राहत मिली जिसके चलते चार पहिए वाहन तो(भारी वाहन)निकल सकते हैं। परंतु दो पहिया वाहन, व पैदल राहगीरों को फिसलन के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।