प्रसिद्ध समाजसेवी पण्डित जयप्रकाश पंड्या के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

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बांसवाड़ा, अरुण जोशी। आज दिनांक 26 मार्च 2024 को वागड़ प्रान्तीय सहस्र औदीच्य ब्राह्मण शिक्षा प्रचार समिति बांसवाड़ा डूंगरपुर जिसकी स्थापना 1982 में हुई थी,तब संस्थान के कोषाध्यक्ष पद से लेकर वर्तमान में आजीवन संरक्षक सदस्य के रूप में सदैव तन,मन,धन से समाज की प्रत्येक गतिविधि में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पण्डित जयप्रकाश पंड्या बांसवाड़ा के आकस्मिक निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन राती तलाई स्थित संस्थान के छात्रावास परिसर में किया गया जिसमें संस्थान के अध्यक्ष महोदय हेमेंद्र उपाध्याय,संरक्षक जमनालाल भट्ट, डाक्टर दिनेश भट्ट, रमेश चन्द्र पंड्या, वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्णकांत उपाध्याय, नरहरी कान्त भट्ट, देवशंकर जोशी , दक्षा उपाध्याय, विष्णु रावल, सुरेश उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में उपस्थित औदीच्य ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने स्व. जयप्रकाश पंड्या के संस्थान,विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के माध्यम से किये गये कार्यों, बांसवाड़ा में वेद विद्यापीठ,नाहरपुरा के समीप भैरवजी मंदिर परिसर में स्फटिक शिवलिंग भगवान रत्नेश्वर की स्थापना, बेणेश्वर से लेकर हालिया परसोंलिया मे सर्वेश्वर महादेव मंदिर प्रतिष्ठा से जुड़े संस्मरणों के द्वारा उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त की। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष निर्मित उपाध्याय, कार्यालय मन्त्री ललित द्विवेदी रमणलाल उपाध्याय, चन्द्रशेखर जोशी पं.मनोज त्रिवेदी, महेन्द्र त्रिवेदी,अनिल भट्ट, विनय भूषण भट्ट सहित बांसवाड़ा डूंगरपुर के विभिन्न गांवों से समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे। श्रद्धांजलि सभा के पश्चात सभी ने मोहनकांलोनी स्थित उनके आवास पर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया।आयोजन सभा मे बांसवाडा, तलवाडा, छीच, बोरी, परतापूर, बागीदोरा के 100 से अधिक समाज के पदाधिकारीगणो ने उपस्थित दी। सभी ने परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की , कि स्व• पंड्या जी की आत्मा को अपने चरणो मे स्थान देवे और इस दुखद घडी का सामना करने के लिए परिवारजन को सम्बल प्रदान करे। दो मिनट को मौन धारण करके शान्ति पाठ के साथ सभा का विसर्जन किया गया।संचालन महासचिव डाक्टर पीयूष जोशी ने एवं आभार जमनालाल जोशी  ने व्यक्त किया।


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