कुशलगढ़| मामा बालेश्वर दयाल राजकीय महाविद्यालय कुशलगढ़ में अभिनव नैतिक पाठशाला व कैरियर काउन्सलिंग सेल द्वारा ‘सफलता की सच्ची कहानी’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में प्रेरणा का संचार करना तथा असली जीवन की संघर्षमयी कहानियों के माध्यम से युवाओं को आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित करना है।आज के बदलते युग में युवाओं के लिए नैतिक बल का होना अत्यंत आवश्यक है। नैतिक बल वह आंतरिक शक्ति है जो व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों में भी सही मार्ग पर टिके रहने की प्रेरणा देती है। यह वह आधार है जिस पर चरित्र, व्यवहार और नेतृत्व की नींव रखी जाती है। सहायक आचार्य कन्हैयालाल खांट ने सफलता की सच्ची कहानी में अपने संघर्ष, परिश्रम और सफलता के अनुभव साझा किए तथा यह संदेश दिया कि कठिन परिश्रम, धैर्य और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। असफलता हमें सफलता के लिए मार्ग प्रशस्त करती है। खांट ने अपने संघर्षमय जीवन में विषम परिस्थितियों में निरंतर अध्ययन करते हुए तृतीय श्रेणी अध्यापक से काॅलेज शिक्षा में सहायक आचार्य तक का सफर तय किया। जो युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। सहायक आचार्य लक्ष्मी पटेल ने विद्यार्थियों को एकाग्रता हेतु ध्यान योग का अभ्यास करवाया। कार्यक्रम में सहायक आचार्य नरेन्द्र कुमार , डाॅ कमलेश कुमार मीना , प्रविन्द्र कुमार , डाॅ भावना उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। ये जानकारी प्राचार्य महेन्द्र कुमार देपन ने दी।