रामगढ़ धाम में कलश यात्रा के साथ इक्कीस दिवसीय शिवपुराण कथा प्रारम्भ
ब्यूरो राजदेव द्विवेदी/ प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर शंकरगढ़ विकासखंड की पौराणिक शिव नगरी रामगढ़ धाम में 21 दिवसीय शिव महापुराण कथा का आयोजन आज कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। रामगढ़ धाम से निकाली गई कलश यात्रा ओसा गांव होते हुए सोनवर्षा गांव के साथ रामगढ़ गांव का भ्रमण कर अंत में रामगढ़ धाम में समाप्त हुई।विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सावन के महीने में शिव महापुराण कथा का आयोजन रामगढ़ धाम के महंत संत नंदलाल महाराज के आवाहन पर क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से प्रारंभ हो गया है। संत नंदलाल महाराज ने बताया कि रामगढ़ धाम भगवान श्री राम के वन गमन की यादों को समेटे हुए हैं। उन्होंने बताया जब भगवान राम 14 वर्ष के लिए बनवास को चले थे तब गंगा नदी पार करने के बाद गींज पहाड़ी होते हुए रामगढ़ धाम आए थे। यहां पर उन्होंने शिवलिंग की स्थापना कर पूजन अर्चन किया था। उन्होंने बताया कि रामगढ़ धाम में स्थित भोले बाबा का जिस भी भक्त ने मन और श्रद्धा से पूजन अर्चन किया है उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण हुई है। उन्होंने बताया सावन के महीने में प्रतिवर्ष सुबह 4 बजे से ही शिव भक्तों का जलाभिषेक करने का आने का क्रम शुरू हो जाता है ।जो देर शाम तक चलता रहता है ।संत नंदलाल महाराज ने बताया कि आज कलश यात्रा के बाद कल से कथावाचक पंडित अरुण मिश्र के द्वारा शिव महापुराण का कथा वाचन 21 दिनों तक लगातार चलेगा। इन दिनों में प्रतिदिन आने जाने वालों शिव भक्तों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है। यहां सुबह सभी भक्तों को चाय तथा नाश्ता दिया जाएगा दोपहर में भोजन दिया जाएगा शाम को पुनः चाय दी जाएगी इसके बाद रात्रि में भोजन दिया जाएगा। उन्होंने बताया यह सब क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से ही संपन्न होता है। कलश यात्रा में रामगढ़ धाम के बाबा माल की दास, बाल्मीकि दास, पवन दास ,बालक दास, मोहनदास ,किशुन दास सहित दर्जनों संतो के अलावा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों में इंद्रभान सिंह, विजय सिंह ,सचिन सिंह ,प्रेम कुमार, अंबुज कुमार मिश्र, दिब्या सिंह,सुनीता देवी ,हरि गोपाल, वीरेंद्र कुशवाहा सहित सैकड़ों पुरुष महिलाएं चल रहे थे। कलश यात्रा में आगे आगे संत नंदलाल महाराज चल रहे थे।