रेल कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्य चिकित्सा निदेशक को यूनियन ने दिया ज्ञापन


गंगापुर सिटी 10 फरवरी।रेलवे के उपमंडल चिकित्सालय मैं कार्यरत रेल कर्मचारियों की समस्याओं केंद्र आकरण के लिए आज यहां निरीक्षण पर आए पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य चिकित्सा निदेशक श्याम सुंदर को वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के पदाधिकारीयों ने ज्ञापन देकर समस्याओं के निराकरण की मांग की। हरिप्रसाद मीणा सहायक मंडल मंत्री श्री प्रकाश शर्मा लोको शाखा के सचिव राजेश चाहर महाराज सिंह सैनी नाम जी मीणा अरविंद उपाध्याय आदि ने मुख्य चिकित्सा निदेशक से समस्याओं के विषय में विस्तार से चर्चा की। यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि उपमंडल रेलवे चिकित्सालय जिस पर की 1000 से रेलवे कर्मचारीयों एवं उनके परिवारजनों तथा हजारों रेलवे पेंशनर्स एवं उनके इलाज की जिम्मेदारी है। वर्तमान में कुछ समस्याओं से जूझ रहा है । चिकित्सालय में फार्मासिस्ट का एक पद रिक्त है। एक पद को अस्थाई तौर पर कोटा ले जाया गया। वहीं एक फार्मासिस्ट अभी 28 फरवरी को सेवानिवृत होने जा रहे हैं। ऐसे में यहां उपलब्ध दवाई डिस्ट्रीब्यूशन के लिए दो विंडो में से कभी-कभी एक विंडो की खुल पाती है। दूसरी ओर कोटा मंडल में लोको में स्थित डिस्पेंसरी जहां पर कोई पेशेंट नहीं है उसे जबरदस्ती खोला हुआ है एवं वहां पर फार्मासिस्ट में अन्य कर्मचारियों को लगाया गया हैं। अपर मंडल रेल प्रबंधक स्तर पर इसकी जांच भी हो चुकी है लेकिन उसके बावजूद उस डिस्पेंसरी को बंद नहीं किया गया दूसरी ओर गंगापुर सिटी में जहां काफी कार्यभार है वहां से पदों को कोटा ले जाया जा रहा है एवं यहां रिक्त पद हैं इन्हें तुरंत भरा जाना चाहिए। इसी प्रकार यहां एक पद नर्सिंग स्टाफ का एवं एक पद एंबुलेंस चालक का भी खाली पड़ा है जिसके कारण कर्मचारी पर कार्य का अतिरिक्त भार है। जैन ने बताया कि गंगापुर सिटी में गर्मी के मौसम में काफी अधिक तापमान रहता है इसके कारण यहां वार्ड में मरीज का रहना बड़ा मुश्किल हो जाता है। कर्मचारी गर्मी जनित बीमारियों से पीड़ित होकर इलाज के लिए रेलवे अस्पताल में आते हैं लेकिन यहां वार्डो का तापमान अधिक होने के कारण वह बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं अतः भरती वार्डो को वातनुकूलित किया जाए।
इसी प्रकार दवाई वितरण कक्ष जहां पर बहुत मात्रा में दवाई रहती है उसे भी वातानुकूलित किया जाए क्योंकि अधिक तापमान की वजह से दवाइयां खराब होने की संभावना भी बनी रहती है। रेलवे अस्पताल गंगापुर सिटी के भवन की छतो की हालत खराब है बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा लीकेज रहता है इस बारे में संबंधित विभाग को कई बार लिखा गया ,बोला गया लेकिन उचित कार्रवाई नहीं होने के कारण छतो से लीकेज बना रहता है एवं अस्पताल की बिल्डिंग धीरे-धीरे खराब हो रही है। कई जगह छत की पट्टीयां भी टूटी हुई है अतः इस बारे में आवश्यक कार्रवाई हेतु निवेदन है।
गंगापुर सिटी में 1000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं उन्हें गायनिक महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है रेलवे अस्पताल में डिलीवरी की कोई सुविधा नहीं है ऐसे में यहां पर गायनिक चिकित्सा पदस्थ किया जावे एवं गंगापुर सिटी रेलवे अस्पताल में डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाए। गंगापुर सिटी मंडली चिकित्सालय में लगभग 60 कर्मचारी कार्यरत हैं इनके लिए नजदीकी रेलवे आवास बनाए हुए हैं लेकिन उनकी स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। कई रेल आवास ऐसे हैं जिनकी मरम्मत करना मुश्किल है आता है यहां पर मेडिकल कर्मचारियों के लिए अलग से नये रेल आवास बनाए जाए। मुख्य चिकित्सा निदेशक नहीं यूनियन पदाधिकारी को समस्याओं को निराकरण करने के लिए आश्वस्त किया है।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी सतवीर सिंह डूडी सहित दर्जन चिकित्सालय कर्मी उपस्थित थे। मुख्य चिकित्सा निदेशक ने आज आपात राहत चिकित्सा गाड़ी एवं रेलवे अस्पताल का सघन निरीक्षण किया। चिकित्सा निदेशक ने रेलवे अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी मुलाकात कर उनके इलाज के बारे में जानकारी ली।


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