राजदेव द्विवेदी। महाकुंभ में एक ऐसा बैंक संचालित हो रहा है जहां रूपए पैसे या ज्वेलरी नहीं, बल्कि भगवान राम का नाम जमा होता है।यह बैंक भी तमाम दूसरे बैंकों की तरह ही संचालित होता है।
खाता धारकों को पासबुक दी जाती है, हर खाता धारक का अलग अकाउंट नंबर होता है।
उसके एक-एक डिपॉजिट का रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज होता है।आप राम नाम को बैंक में बैठकर ही लिख सकते हैं।पासबुक को घर ले जाकर भर सकते हैं या फिर डिजिटल फॉर्मेट में सीधे डिपॉजिट कर सकते हैं।इस बैंक में निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जो कुछ एक बार जमा हो गया।उसका ब्याज समेत भुगतान बैंक नहीं बल्कि भगवान राम खुद करते हैं।यहां राम नाम जमा करने वालों पर जब ईश्वर की कृपा बरसती है तो जीवन न सिर्फ सुखमय और खुशहाल होता है, बल्कि धन्य भी हो जाता है।