पंचमुखी हनुमान मंदिर में अज्ञात चोर संतो को बेहोश कर ले गए लाखो की नगदी, मोबाइल व सीसी टीवी कैमरे
सवाई माधोपुर 30 अप्रैल|जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस के सामने स्थित पंचमुखी (हनुमान) बालाजी के मंदिर से सोमवार मंगलवार की रात्रि को अज्ञात चोर लुटेरे मन्दिर में स्थायी निवास करने वाले संत विष्णुदासजी और उनके शिष्य मनोहर दास बाबा को अज्ञात तरीके से बेहोश कर लाखों की नगदी, दोनो के मोबाइल फोन, तथा मंदिर परिसर में लगे सीसी टीवी कैमरे, उनके संचालन के पूरे सिस्टम उखाड़ कर ले गए।
प्रत्यक्ष दर्शियों तथा हनुमान मंदिर से जुड़े श्रद्धालूओ के अनुसार दोनो संत रात्रि 9 बजे प्रति दिन मंदिर बंद कर सो जाते हैं। संभवतः बीती रात भी दोनों साधू सो गए और 2 से 3 बजे के बीच चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। लोगो ने बताया की प्रति दिन मंदिर सुबह 4 बजे के करीब खुल जाता है। दोनो संत पूजा पाठ की तैयारी शुरू कर देते हंै, ओर भक्त महिला पुरुषों का बालाजी के दर्शनार्थ आना शुरू हो जाता है।
मंगलवार सुबह जब भक्त मंदिर आए तो देखा कि मंदिर का एक गेट खुला हुआ है और दोनांे संत अचेत अवस्था मे पड़े हैं। तो भक्त सक्ते में आ गए और इधर उधर अपने परिचितों को फोन किए। किसी ने कोतवाली पुलिस थाने में भी फोन किया तो लोगांे का मंदिर में जमावड़ा लग गया। भक्त लोगों की सूचना पर करीब 6 बजे डाॅ. दंपत्ती नरेंद्र सोनी मंदिर पहुंचे। उन्होंने संतो के हालात देख संदेह जताया की इनको बेहोशी के लिए कोई चीज सुंघाई गई है। उन्होंने कहा की इनको होश आने में 24 से 36 घंटे लग सकते हैं।
इस बीच कोतवाली से भी दो पुलिसकर्मी मंदिर आए बताए। जो मंदिर और संतो के हालात देख कर ये कहते हुए चले गए की इन बाबाओं को होश आएगा तब घटना का सही पता चल पाएगा।
मन्दिर में मौजूद लोगो में पुलिस की कार्यप्रणाली को देख आक्रोश व्याप्त हो गया। उन लोगों का आरोप था की पुलिस ने ना तो घटना स्थल की मौका रिपोर्ट बनाई। ना उन अचेत साधुओं को चिकित्सकीय उपचार की कोई व्यवस्था की ओर इतनी बड़ी घटना साधारण घटना बताते हुए चले गए।
गुस्साए लोग बाद में कोतवाली पुलिस थाने गए और अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए मुकदमा दर्ज करने, अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने, ओर अच्छे से साधुओं का उपचार करवाने की मांग करते हुऐ कोतवाल को एक ज्ञापन सौंपा।
जानकर सूत्रों के अनुसार कोतवाल ने आक्रोशित लोगों को शांत करते हुए शीघ्र उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा की आप लोग पहले दोनों बाबाओं को सेविका अस्पताल में भर्ती करवा दो, जैसे ही बाबा होश में आयेंगे घटना की जानकारी भी उनसे मिल जायेगी। उसके बाद मुकदमा भी दर्ज हो जायेगा और चोरों को पकड़ने के प्रयास भी शुरू कर देंगे। कोतवाल के आश्वासन के बाद लोगो ने एंबुलेंस की सहायता से दोनो संतो को एपेक्स रणथम्भौर सेविका अस्पताल में भर्ती करवा दिया। जहाँ उनका इलाज समाचार लिखे जाने तक जारी था।
उल्लेखनीय है कि पंचमुखी हनुमान मंदिर में यह तीसरी चैथी घटना है। इसके कुछ माह पहले हाऊसिंग बोर्ड में झूलेलाल मंदिर, उसी के निकट हनुमान मंदिर और पंचमुखी बालाजी मंदिर में भी लगातार चोरियाँ हुई। लेकिन पुलिस आजतक किसी भी चोरी का ना तो खुलासा कर पाई ना किसी तरह की कोई गिरफ्तारी हुई। लोगो में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन देने का लोगों ने निर्णय लिया है। साथ ही सर्किट हाऊस रोड़, हाऊसिंग बोर्ड कालोनी में स्थायी रूप से गश्त लगवाने की मांग की है।