शिक्षा जब तक समाज उपयोगी नहीं होगी तब तक उसका कोई महत्व नहीं है- डा रेबारी

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शिक्षा जब तक समाज उपयोगी नहीं होगी तब तक उसका कोई महत्व नहीं है- डा रेबारी

शाहपुरा-पेसवानी, शाहपुरा के श्री प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन रविवार को किया गया।
पूर्व प्राचार्य डॉ हरमल रबारी ने इस मौके पर स्वयं सेवकों को बताया कि शिक्षा जब तक समाज उपयोगी नहीं होगी तब तक उसका कोई महत्व नहीं है। राष्ट्रीय सेवा योजना उसके लिए सबसे उपयुक्त है। चरित्रवान नागरिक बने बिना शिक्षा का कोई अर्थ नहीं है तथा श्रम का दान करने का सबसे बड़ा घटक राष्ट्रीय सेवा योजना है।
इस अवसर पर वरिष्ठ संकाय सदस्य दिग्विजय सिंह ने सात दिवस तक आयोजित कैंप में स्वयंसेवकों के अनुभव सुने तथा गोद लिए गए गांव में किए गए कार्यों के बारे में पूछा। तोरण सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन रासेयो प्रभारी धर्मनारायण वैष्णव ने किया तथा सात दिवसीय विशेष शिविर के सातों दोनों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। स्वसंसेवक डाली कुम्हार ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत दी। कुमकुम रानी रावल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। सातों दिवस तक सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया। जिसमें डाली कुम्हार, प्रिंस प्रताप सिंह राणावत, अंजलि तिवारी, जितेंद्र सिंह राजावत,नीतू माली, सलीना बानो, मैना कीर खुशबू धोबी ,गोपाल खाती, दीप्ति शामिल है। इस अवसर पर डाॅ. हंसराज सोनी, प्रियंका ढाका, दलवीर सिंह,एवं समस्त स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रंजीत जगरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।


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