दिगम्बर संत संयम की अनूठी मिसाल मुनि शिवानंद महाराज
कामां। जम्बू स्वामी तपोस्थली बोलखेड़ा से आचार्य वसुंनंदी महाराज के शिष्य उपाध्याय विज्ञानंद महाराज ससंघ का कामां के विजय मती त्यागी आश्रम में मंगल प्रवेश हुआ। वहीं उपाध्याय पद मिलने के बाद प्रथम आगमन कामा में होने पर जैन समाज ने की आगवानी।
जैन समाज के संजय जैन बडजात्या ने बताया कि सर्द हवाओं एवं कडकड़ाती ठंड के मध्य भी संतों के पांव रुकते नहीं हैं। अनवरत रूप से पद विहार चलता ही रहता है तपोस्थली बोलखेड़ा समिति के द्वारा संतो को रोकने का अनुरोध किया गया लेकिन संत तो संत है उन्हें क्या ठंड और क्या गर्मी। विजय मती त्यागी आश्रम में संघस्त मुनि शिवानंद महाराज ने कहा कि दिगंबर संत संयम की अनूठी मिसाल हैं उन्होंने युवाओं से कहा कि वर्तमान में जैन धर्म को आपकी महती आवश्यकता है और आपको बढ़ चढ़कर धर्म और धार्मिक क्रियाओं में भाग लेना चाहिए। उपाध्याय के ससंघ में मुनि शिवानंद,मुनि प्रशमानंद,मुनि पुण्यानंद,नवदीक्षित मुनि धैर्यानंद महाराज का भी आगमन हुआ है।