लिमथान में 101 कुण्डीय महायज्ञ 29 अप्रेल से
कुशलगढ़| बांसवाड़ा क्षेत्र के सबसे प्राचीन परशुराम मन्दिर एवं कृष्ण मन्दिर की खण्डित प्रतिमाओं पर वज्रलेप कर नया स्वरूप दिया जाएगा। विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में होनेवाले इस विराट आयोजन में 101 कुण्डीय विष्णु महायज्ञ, शुद्धिकरण विधान, महापूजा एवं गंगाजल यात्रा अप्रेल माह में होगी। इस सम्बंध में मंगलवार को लिमथान स्थित परशुराम मन्दिर में बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता परशुराम सेवा संस्थान के संयोजक महेश जोशी नवागाव ने की। मुख्य अतिथि विप्र फाउंडेशन के प्रदेश महामंत्री योगेश जोशी एवं विशिष्ट अतिथि प्रदेश संरक्षक राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, जिलाध्यक्ष ललित कुमार जोशी रहे। बैठक में सनातन समाज के सहयोग से आयोजन करने का निर्णय लिया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत हेमेन्द्र जोशी, हेमन्त जोशी, राजेश चौबीसा, मनोज चौबीसा, प्रवीण जोशी, पंडित विनोद व्यास ने किया। इस मौके पर अमृतलाल सनाढय, मदनमोहन भट्ट, शशिकुमार शर्मा, रमेश पण्डया नवागाम, शांतिलाल शुक्ला, जयंतीलाल शुक्ला, नवीन ठाकुर, महेश ठाकुर, भवरलाल उपाध्याय, आशा उपाध्याय ठिकरिया, राजेंद्रप्रसाद द्विवेदी, किशोर पण्डया सुरवानिया, नवनीत त्रिवेदी तलवाड़ा एवं विनोद पानेरी बड़ोदिया ने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर वज्रलेप के बाद परशुराम जयंती पर 29 अप्रेल से शंकराचार्य जयंती 2 मई तक तीन दिवसीय विधान में 101 कुण्डी विष्णु महायज्ञ, गंगाजल कलश यात्रा, शुद्धिकरण विधान एवं महापूजा के साथ सर्व समाज एकता के आयोजन होंगे। बैठक का संचालन परशुराम सेवा संस्थान के सह संयोजक राजेन्द्र जोशी ने किया।