धर्म की रक्षा के लिए घर घर में शक्ति की पूजा आवश्यक- महामण्डलेश्वर हंसराम
भीलवाड़ा|हरीशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में दिनांक 16/8/2023 को श्रीमद् भागवत् महापुराण कथा एवं श्री पुरुषोत्तम मास कथा को विश्राम दिया गया ।
हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में 18 जुलाई 2023 से श्रावण पुरुषोत्तम मास में अनवरत चल रहे विभिन्न प्रकार के पाठ परायण की पूर्णाहुति 16 अगस्त 2023 बुधवार को हुई।
इस पूरे मास पर्यंत आश्रम में श्रीमद् भागवत का संगीतमय ज्ञान यज्ञ एवं श्री पुरुषोत्तम मास कथा महोत्सव, के अंतर्गत वर्ष भर में आने वाली तिथियों एवं त्यौहारों का भी आयोजन बहुत ही धूमधाम के साथ किया गया। प्रतिदिन चल रही इस कथा के अतिरिक्त 9 अगस्त 2023 से ही श्रीमद्भागवत महापुराण के 15 मूल पाठों का वाचन ,श्री दुर्गा सप्तशती यज्ञ, मंडल पूजन, श्री रुद्राभिषेक, सहस्त्रधारा जलाभिषेक, श्री शालिग्राम तुलसी विवाह, राम नाम संकीर्तन आदि अनेक आयोजन किए गए, जिसमें अनेक भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने अत्यंत उत्साह एवं उमंग के साथ भाग लिया। आश्रम में चल रहे श्रीमद् भागवत् के मूल पाठों का दिनाक 15/8/2023 को भोग संपन्न हुआ एवं 16 अगस्त 2023 को श्री पुरुषोत्तम मास की समाप्ति के साथ ही इन सभी आयोजनों ने विश्राम लिया। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी , संत मायाराम संत राजाराम , संत गोविंदराम ब्रह्मचारी मिहिर ने विधिवत् व्यासपीठ की पूजा अर्चना की । साथ ही व्यासपीठ से कथा कर रहे पंडित गौरी शंकर जी शास्त्री एवं अन्य सभी ब्राह्मणों का सम्मान किया । संपूर्ण माह के दौरान आश्रम में मण्डल पूजन , हवन , यज्ञ अभिषेक आचार्य सत्यनारायण शर्मा एवं पंडित मनमोहन शर्मा ने संपादित किए । साथ ही इस कथा की पूर्णाहुति के अवसर पर आश्रम में 16 अगस्त 2023 बुधवार दोपहर 12:00 से 3:00 बजे महाप्रसादी का आयोजन किया गया।
आश्रम के महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने अपने उद्बोधन में सभी भक्तों को बधाई दी एवं कहा कि धर्म की रक्षा के लिए घर घर में शक्ति की पूजा आवश्यक है । समय आ गया है कि हर घर में शास्त्रों की पूजा के साथ साथ शस्त्रों की भी पूजा की जाये । उन्होंने सभी सनातन धर्म के भगत जन से राष्ट्र व सनातन के लिये तन -मन-धन-वाणी-वचन-से हर समय सेवा को तैयार रहे। उन्होंने अपने मूल मंत्र सुख चाहो तो सेवा करो , सुख चाहो तो सिमरन करो एवं राम राम कहिये सनातन से जुड़े रहिये को पुनः दोहराते हुए सभी को सेवा सिमरन एवं राम नाम संकीर्तन करने की प्रेरणा दी और कहा की हरीशेवा आश्रम किसी जाति विशेष के लिये नहीं है , अपितु सनातनियों का है । यहाँ हर सनातनी आकर राम नाम सिमरन कर सकता है ।
आगरा शमशाबाद के स्वामी लोकेश्वरानंद जी महाराज ने बड़ी ही सुंदर प्रेरणा देते हुए कहा कि भगवान का आश्रय ही हमें भयमुक्त करता है उन्हें भूलना ही जीवन की सबसे बड़ी व्याधि है । और भगवान को हम केवल राम नाम का जाप करके ही पा सकते है ।
इस अवसर पर अनेक संतों का भी आगमन हुआ । भीलवाड़ा पंचमुखी दरबार के महंत लक्ष्मणदास त्यागी, निंबार्क आश्रम के महंत मोहनशरण शास्त्री, आगरा शमशाबाद के स्वामी लोकेश्वरानंद जी महाराज, अजमेर के महंत स्वरूपदास उदासीन, पुष्कर के महंत हनुमानराम उदासीन, अजमेर के महंत अर्जुनदास, दुर्गा माता मंदिर की पारी माता का भक्तों ने दर्शन लाभ प्राप्त किया। इस अवसर पर पूर्व बीजेपी ज़िला अध्यक्ष लादूलाल तेली , भीलवाड़ा उपभोक्ता सहकारी भंडार के अध्यक्ष ओम नराणीवाल, पूर्व सभापति मंजू पोखरना, मधु जाजू, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चांदमल सोमानी, रविंद्र कुमार जाजू, विश्व हिंदू परिषद के सुरेश गोयल, बद्री प्रसाद सहित विविध गणमान्य सम्मिलित हुए। साथ ही देश विदेश से भक्त , ट्रस्टी एवं भीलवाड़ा की साध संगत भी उपस्थित रही ।