नई दिल्ली/ मुंबई, 06 अप्रैल| 2024: हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की नॉन-एक्ज़क्टिव डायरेटर मिस प्रिया अग्रवाल हेब्बर को वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम द्वारा प्रतिष्ठित यंग ग्लोबल लीडर्स क्लास- 2024 में पांच भारतीयों में से एक के रूप में चुना गया है। वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम तकरीबन 90 बदलावकर्ताओं का समह है, जो अपने उकृष्ट कार्यों की वजह से सकारात्मक बदलाव लाकर भविष्य को आकार दे रहे हैं।
वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम द्वारा 2004 में स्थापित यंग ग्लोबल लीडर्स फोरम विभिन्न क्षेत्रों जैसे राजनीति, कारोबार, सिविल सोसाइटी, कला, अकादमिक आदि से लीडर्स का प्रतिनिधित्व करता है, जो अपने समुदायों एवं अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए समर्पित हैं। इस प्रतिष्ठित कोहोर्ट में प्रिया को शामिल किया जाना, उनके उत्कृष्ट नेतृत्व, दृष्टिकोण तथा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के उनके समर्पण की पुष्टि करता है।
मिस प्रिया अग्रवाल हेब्बर, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान ज़िक लिमिटेड एवं नॉन-एक्ज़क्टिव डायरेक्टर, वेदांता लिमिटेड ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे गर्व है कि मुझे वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम के प्रतिष्ठित यंग ग्लोबल लीडर्स 2024 कोहोर्ट में शामिल किया गया है। मुझे विश्वास है कि दुनिया के इन युवा बदलावकर्ताआेंं के साथ मिलकर मुझे बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलेगा जो समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर भविष्य को नया आयाम दे रहे हैं।’’
हाल ही के वर्षों में प्रिया ने पुरूष प्रधान खनन एवं प्राकृतिक संसाधन सेक्टर में अपने लिए एवंमहिहलाओं के लिए विशेष स्थान बनाया है। वेदांता में वे कंपनी के ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक एवं प्रशासन) बदलाव तथा पर्यावरण नेतृत्व एवं सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने में अग्रणी रही हैं। प्रिया को हाल ही में हिंदुस्तान ज़िक की चेयरपर्सन नियुक्त किया गया था, उनके नेतृत्व में इंटीग्रेटेड प्रोड्युसर ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ खनन धातु उत्पादन दर्ज किया, जो 1 मिलियन टन के आंकड़े को पार कर गया। वे प्राकृतिक संसाधन सेक्टर को स्थायी एवं समावेशी सेक्टर में बदलने के लिए प्रयासरत रही हैं, उन्होंने कई पहलों का नेतृत्व किया है जैसे अंडरग्राउण्ड माइनिंग में पहले बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल की पेशकश।
विकार्बोनीकरण, जल सकारात्मकता, कार्यस्थल सुरक्षा, समुदायिक कल्याण, कार्यबल विविधता पर ध्यान केन्द्रितकरते हुए प्रिया के नेतृत्व में वेदांता और हिंदुस्तान ज़िक ने बदलावकारी यात्रा तय की है और ईएसजी में लीडर के रूप में उभरे हैं। हिंदुस्तान ज़िंक को हाल ही में एस एण्ड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट्स सस्टेनेबिलिटी असेसमेन्ट 2023 में मैटल एण्ड माइनिंग सेक्टर में पहले स्थान पर रखा गया, वहीं मूल कंपनी वेदांता लिमिटेड को इसी मूल्यांकन में तीसरे स्थान पर रखा गया था। प्राकृतिक संसाधनों के इस सदन ने अगले 10 सालों में शुद्ध शून्य संचालन को बढ़ावा देने के लिए 5 बिलियन डॉलर की शपथ ली है। वेदांता ने हाल ही में अपने सभी कर्मचारियों के लिए ईवी पॉलिसी की शुरूआत की है, जो ईवी की तरफ़ बदलाव को प्रेरित करती है।
उन्होंने उन्होंने कार्यस्थल पर समावेशन एवं विविधता को बढ़ावा देने के लिए ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए व्यापक समावेशन नीति का विकास कर इसे लागू किया। इसके अलावा वेदांता ने रेवोल्युशनरी पैरेंटहुड पॉलिसी भी पेश की, जो सिंगल पैंरेट एवं लैस्बियन कर्मचारियों को समर्थन देती है, महिलाओं को मैटरनिटी फायदे देकर कार्य के लिए प्रत्यास्थ घण्टों के विकल्प एवं अन्य सहयोग प्रदान करती है। प्रिया के समावेशन के दृष्टिकोण से प्रेरित संगठन ने 2030 तक लीडरशिप भूमिकाओं में 40 फीसदी महिलाओं के प्रतिनिधित्व का लक्ष्य रखा हैं।
उनके नेतृत्व में वेदांता की परोपराकरी शाखा अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन ने पिछले पांच सालों में भारत के सामाजिक आर्थिक विकास में तकरीबन 240 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। ग्रपु ने देश भर में 5500 से अधिक नंदघरों (बाल देखभाल केन्द्रों/ आंगनवाड़ियों) का आधुनिकीकरा किया है और अगले पांच सालों में समाजिक प्रभाव के लिए 625 मिलियन डॉलरसे अधिक निवेश की प्रतिबद्धता भी की है। स्थायी भविष्य की दिशा में पशुओं की देखभाल के लिए समग्र दृष्टिकोण के निर्माण हेतु ‘एक स्वास्थ्य’ को महत्व देते हुए प्रिया फाउन्डेशन के पशु कल्याण प्रोजेक्ट टाको- एनिमल केयर ओर्गेनाइज़ेशन का नेतृत्व भी कर रही हैं। अपनी व्यक्तिगत क्षमता में प्रिया ने 2010 में यूथ ओर्गेनाइज़ेशन इन डीफेन्स ऑफ एनिमल्स की स्थापना भी की, जो अब महाराष्ट्र में सबसे बड़ा पशु कल्याण संगठन है।
वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम की 2024 क्लास को दुनिया में सुधार लाने की प्रतिबद्धता तथा विश्वस्तरीय चुनौतियों के समाधान में उत्कृष्ट योगदान के लिए पहचाना गया है। ये उभरते सितारे दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौतियों को हल करने के लिए इनोवेशन, साझेदारी एवं नेतृत्व की अभिव्यक्ति करते हैं।
पिछले दो दशकों में फोरम ऑफ यंग ग्लोबल लीडर्स ने लीडर्स की वाइब्रेन्ट कम्युनिटी का निर्माण किया है, जो सकारात्मक बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। यह कम्युनिटी सामुहिक प्रयासों के द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक विकास, टेक्नोलॉजी एवं स्थायित्व में योगदान दे रही है।