मोदी मिनिरल्स उद्योग में बच्चों से करवाया जा रहा बाल श्रम वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा तेजी से वायरल

Support us By Sharing

मोदी मिनिरल्स उद्योग में बच्चों से करवाया जा रहा बाल श्रम वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा तेजी से वायरल

प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। बाल श्रम एक ऐसा अभिशाप है जो बच्चों से शिक्षा, स्वतंत्रता, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताएं छीन लेता है। जो न केवल उस बालक बल्कि संपूर्ण राष्ट्र की उन्नति के मार्ग में बड़ी बाधा जान पड़ता है। आजादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं एक ओर हम विश्व की पांचवी उभरती हुई अर्थव्यवस्था बनने का जश्न मना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बच्चे आज भी मजदूर बनने पर मजबूर हो रहे हैं। बच्चों का काम स्कूल जाना है ना की मजदूरी करना। बाल मजदूरी बच्चों से स्कूल जाने का अधिकार छीन लेती है और वह पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल पाते हैं। बाल मजदूरी शिक्षा में बहुत बड़ी रुकावट है जिससे बच्चों के स्कूल जाने में उनकी उपस्थिति और प्रदर्शन पर खराब प्रभाव पड़ता है। जिन कोमल हाथों से बच्चे पेन और पेंसिल चलाते हैं उन्हीं हाथों में काम करने के लिए बालू चालने का चलना और बेलचा पकड़ा दिया जाता है। दरअसल जनपद के शंकरगढ़ क्षेत्र के गढ़वा किला मोदी मिनिरल्स उद्योग के मालिक का अमानवीय चेहरा सामने आया है जहां प्लांट पर बाल श्रम करवाया जा रहा है इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।बहरहाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कितना सच्चाई है जो जांच का विषय है। बाल मजदूरी तथा शोषण की निरंतर मौजूदगी से देश की अर्थव्यवस्था को खतरा होता है और इससे बच्चों पर गंभीर अल्पकालिक और दीर्घकालिक दुष्परिणाम होते हैं जैसे शिक्षा से वंचित हो जाना और उनका शारीरिक व मानसिक विकास न होने देना।


Support us By Sharing