विकसित भारत संकल्प यात्रा पहुंची शंकरगढ़ के गड़ैया लोनी पार, हुआ जोरदार स्वागत,तमाम जानकारियों के साथ दिलाई गई पंचप्रण की शपथ
प्रयागराज। ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत प्रथम पहर में ग्राम सभा गड़ैया लोनी पार में मंगलवार को आयोजन किया गया। जनसभा के माध्यम से ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनका लाभ उठाने का आह्वान किया गया। सांसद प्रतिनिधि आसाराम ने संकल्प यात्रा का स्वागत किया और यात्रा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डाली। कार्यक्रम में मौजूद खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़ रामविलास राय ने कहा कि किसी भी योजना के संचालन का उद्देश्य तभी पूरा होता है, जब वह पात्रों के काम आए। विकसित भारत संकल्प यात्रा इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए निकाली गई है। लोगों की समस्याओं का निदान करना ही विकसित भारत संकल्प यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा हर वर्ग और क्षेत्र की जरूरतों के अनुसार विविध प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जरूरत है कि उसके प्रचार-प्रसार और उसका लाभ जन-जन तक पहुंचे। संकल्प यात्रा के स्वागत में आए ग्रामीणों को ग्राम विकास अधिकारी आशुतोष जौहरी ने ग्रामीण आजीविका मिशन, आवास, पेंशन, उज्ज्वला, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, आयुष्मान कार्ड, गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं, विधवा-दिव्यांग पेंशन आदि की जानकारी दी। ग्राम सभा गड़ैया लोनी पार में आयोजित कार्यक्रम में राजस्व, स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा विभाग के द्वारा लोगों को जागरुक किया गया। ग्राम प्रधान राज नारायण ने ग्रामीणों को जागरुक करते हुए कहा कि जो लोग केवाईसी व एनपीसीआई नहीं करवाए हैं वह सचिवालय में पहुंच कर करवा लें सारी सुविधा यहां पर मौजूद है ताकि कोई भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित न रह सके। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद बाबू झा ने बड़े ही सुचारू रूप से किया।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह, खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़, सांसद प्रतिनिधि आसाराम,ग्राम विकास अधिकारी आशुतोष जौहरी, ग्राम प्रधान राज नारायण, सीएचओ नेहा सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष अंजनी लाल, अनुराग सिंह, सीएचओ नेहा सिंह, केशव प्रसाद, पूर्व प्रधान रमाशंकर द्विवेदी,सुषमा देवी, अनूपमती द्विवेदी, प्रतिमा द्विवेदी, मंजू आदिवासी पार्वती देवी,अंगूर कली,विमला देवी,समेत तमाम ग्रामीण लोग मौजूद रहे।