लापरवाही एवं मनमानीपूर्वक अपर हाई लेवल केनाल के सर्वे को लेकर ग्रामीणों नेजताया आक्रोश सौंपा ज्ञापन

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बागीदौरा | लापरवाही एवं मनमानीपूर्वक अपर हाई लेवल केनाल के सम्बन्ध में किये गये सर्वे को निरस्त कर आवश्यक व जरूरतमंद क्षेत्र से अपर हाई लेवल केनाल निकलवाने के सम्बन्ध में शुक्रवार को उपखण्ड अधिकारी एवं बागीदौरा तहसीलदार के मार्फत के नाम सौंपा ज्ञापन। ज्ञापन में ग्रामवासी, खोपाड़ा, केवडिया, खेड़ी, हमीरपुरा, घाटीगढ़ा, भोयन, ढेबरीकलु, तहसील बागीदौरा जिला बांसवाड़ा के निवासियों ने बताया कि हम सभी ग्रामवासी की आजीविका का एकमात्र स्त्रोत कृषि ही है और हमारा पुरा जीवन कृषि पर ही निर्भर होने से हमारे गावं अधिकांश काश्तकारों ने कृषि कार्य हेतु सिंचाई के लिये ग्राम केवडिया, खेडी में ऑपन कुरें, ट्युबवेल तालाब एवं एनिकट का निर्माण करवाया है जिनमें वर्षभर भरपुर मात्रा में पानी होने से हमारे क्षेत्र के काश्तकार रबी एवं खरीफ दोनो ही फसलों का लाभ प्राप्त कर रहे है। राज्य सरकार द्वारा बांसवाड़ा जिले में बिछाई गई नहरो का पानी अन्य काश्तकारों को देने के आशय से पूर्व में अपर हाई लेवल केनाल बिछाने के आशय से सर्वे कराया था, जिसमें जो सर्वे रिपोर्ट संबंधित अधिकारी ने राज्य सरकार एवं सिंचाई विभाग को उपलब्ध कराई है, जिनमें केनाल का मार्ग अधिकांशतः ऐसे गांवो से निकलना होना बताया है जिन गांवो में पहले से ही सिंचाई के लिये पानी की भरपुर मात्रा है, ऐसे ही गांवो में हमारा ग्राम खोपाड़ा, केवडिया, खेडी, हमीरपुरा, घाटीगढ़ा, भोयन, ढेबरीकलु भी शामिल है, जहां पहले से सिंचाई के लिये पानी भरपुर मात्रा में उपलब्ध है और जहां पानी की भरपुर मात्रा उपलब्ध हो, वहां काश्तकारो को सिंचाई की सुविधा के लिये नहरों का निकाला जाना हास्यास्पद एवं आश्चर्य का विषय है। इस बाबत ग्रामवासियों द्वारा पूर्व में कई बार जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को निवेदन किया जा चुका है मगर इस बात तक किसी भी तरह से कोई गौर नहीं किया है। हमारे गांव में छोटे-छोटे काश्तकार है जो अपनी सीमित कृषि भूमि पर कृषि कार्य कर अपनी आजीविका चला रहे है और ऐसे में यदि हमारे क्षेत्र से नहर निकाली गई तो नहर का सिपेज हमारे खेतो में आ जायेगा और अधिक नमी के कारण हमारी खेत्ती व फसल पुरी तरह बर्बाद हो जायेगी। राज्य सरकार द्वारा पूर्व में कराये गये उक्त सर्वे में हमारे गांव का नाम हटाकर जरूरतमंद एवं आवश्यक काश्तकारों के गांव बम्बोरी से गाछलीमाता के पास रिछडीवाला घाटा से सीधी ग्राम पंचायत नाल तथा नाल से कुशलगढ़, सज्जनगढ होते हुए गांगडतलाई व बागीदौरा तक के क्षेत्र का नमा हाई लेवल केनाल के सर्वे में जोडा जाना अतिआवश्यक है। उक्त गामीणों ने मांग करते हुए कहा कि काश्तकारो को इस ज्ञापन के प्राथमिकता एवं गंभीरता से लेते हुए अपर हाई लेवल केनाल के पूर्व के सर्वे ग्राम केवडिया, खेडी हमीरपुरा, घाटीगढ़ा, भोयन, ढेबरीकलु का नाम हटाये जाने एवं केनाल का मार्ग जरूरतमंद एवं आवश्यक काश्तकारो के गाव बम्बोरी से माछलीमाता के पास रिछडीवाला घाटा से सीधी ग्राम पंचायत नाल तथा नाल से कुशलगढ, सज्जनगढ़ होते हुए गांगडतलाई व बागीदौरा तक के क्षेत्र का नाम हाई लेवल केनाल के सर्वे में जोडा जाकर जोडे गये इस मार्ग से ही अपर हाई लेवल केनाल निकाले जाने के आदेश प्रदान कर हम काश्तकारो को राहत प्रदान करने की मांग की। इस दौरान बीएपी संभाग अध्यक्ष कलसिंह मकवाणा, बीएपी ब्लॉक अध्यक्ष हुरजी निनामा, मुकेश बामनिया, मंडल अध्यक्ष सुभाष मकवाणा, दिलीप सिंघाड़ा, वार्ड पंच रतन लाल, वार्ड पंच जगमाल मकवाणा, मणिलाल निनामा, विकास आमलियार, दिनेश मकवाणा, लक्ष्मण रावत, मणिलाल रावत, छगन, रामजी, हुरजी, नरेश रावत, दिलीप डामोर, धर्मेंद्र बामनिया, रमण, बहादुर पटेल, शांतिलाल पटेल, धनजी, मानसिंह, मगन, नरेश, डूंगर भूरिया, जगु खेड़ी, थावरा, लक्ष्मण मईड़ा, रामचंद्र, मुकेश, मलजी सहित कई गांवों के समस्त काश्तकार एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे। यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता राहुल भूरिया ने दी।


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