नदबई की उप तहसील लखनपुर क्षेत्र के गांव शाहपुर में स्वीकृत सड़क निर्माण कार्य में अनियमितताओं और धीमी गति को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश मंगलवार को सड़कों पर फूट पड़ा। सैकड़ों ग्रामीणों ने लखनपुर उप तहसील कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया और प्रशासन से गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण की मांग करते हुए ठेकेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।
समाजसेवी एडवोकेट महेश लखनपुर ने बताया कि, शाहपुर गांव के लिए एनएच 21 पहरसर मोड़ से शाहपुर तक करीब 2 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य एक करोड़ एक लाख सत्तावन हजार नौ सौ तेरह रुपये की लागत से स्वीकृत हुआ था। यह सड़क लगभग 15 वर्षों बाद स्वीकृत हुई है, जिससे ग्रामीणों में विकास की एक नई उम्मीद जगी थी। लेकिन संवेदक (ठेकेदार) द्वारा निर्माण कार्य में भारी लापरवाही बरती जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि, सड़क निर्माण के लिए मौरम की जगह बालू का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे सड़क की मजबूती और टिकाऊपन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही, सड़क की वर्म (ढलान) भी निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं की गई है, जिससे जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं बन पाई है।
ग्रामीणों का कहना है कि, किसानों की खेतों की सिंचाई व्यवस्था भी इस सड़क निर्माण से प्रभावित हो रही है। ठेकेदार द्वारा खेतों में पाइपलाइन ले जाने हेतु कुलावे तक नहीं लगाए गए हैं, जिससे किसानों को मजबूरी में सड़क खुदवानी पड़ेगी, जिससे सड़क की गुणवत्ता और संरचना दोनों प्रभावित होंगी।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि, निर्माण कार्य को 11 अप्रैल तक पूर्ण किया जाना था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है और कई दिनों से काम पूरी तरह से बंद पड़ा है।
प्रदर्शन के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी गंगाधर मीना से पूरे मामले की जांच कर दोषी ठेकेदार के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने, और कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करवाने की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे नेशनल हाईवे 21 को जाम करने जैसा बड़ा कदम उठाने पर मजबूर होंगे।