डीग जिलें के गांव बहज में श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ कृष्ण अवतार नंदोत्सव की कथा
डीग 20 मई| श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकार होता है।जहां अन्य युगों में धर्म,लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं।और कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है।यह वाक्य डीग जिलें के गांव बहज में संत मोहनदास जी आश्रम पर श्री मति श्यामवती एवं पूरन सिंह सिनसिनवार द्वारा आयोजित हो रही श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के द्वितीय दिवस पर कृष्ण अवतार नंद बाबा के यहां नन्दोत्सव का श्रवण हुआ कथा के अवसर पर भागवत प्रवक्ता पंडित विनय दास जी महाराज ने कहे।
इस दौरान ।श्रोताओं को आरती व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
इस अवसर पर भागवत कथा का महात्म्य बताते हुए भागवताचार्य पूज्य पंडित विनय दास जी महाराज ने कहा कि भागवत पुराण हिन्दूओं के 18 पुराणों में से एक है।इसे श्री मद्भागवत या केबल भागवतम भी कहते हैं।इसका मुख्य विषय भक्ति योग है।
उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों तक साधना की सीढ़िया पर चढ़ते हुए जब व्यक्ति अपने भीतर के वासनालोलुप दानव का अंत कर डालेगा। तब उसका सोया हुआ देवता जाग उठेगा ।तभी श्रीमद् भागवत का संदेश पूर्ण होगा।
इस अवसर पर पूरन सिंह पूर्व प्रधानाध्यापक सुमन, डाँ नटवर सिंह ,योगेश लवानियानटवर शर्मापप्पू देवी सिंह बलवीर सिंह बृजलालराज धर्म सिंह सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।