श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाई गई विश्वकर्मा जयंती, 25 कामगारों को किया सम्मानित
बयाना 17 सितंबर। भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है। विश्वकर्मा पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। बयाना में भगवान विश्वकर्मा का जन्मदिन विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर निर्माण से जुड़ी मशीनों, औजारों, दुकानों आदि की पूजा विधि विधान से की गई। मान्यता है कि विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने से दुर्घटनाओं, आर्थिक परेशानी आदि का सामना नहीं करना पड़ता है। भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर बयाना में एक मैरिज होम में लघु उद्योग भारती की ओर से भी विश्वकर्मा जयंती मनाई गई। विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर विभिन्न कारखानों, क्रशरों, में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर लोगो ने पूजा आराधना की व भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा की स्थापना की गई । ऐसा भी कहा जाता है कि इन्होंने ही भगवान शिव के कहने पर माता पार्वती के लिए स्वर्ण लंका बनाई थी जिसे बाद में रावण ने ले लिया था। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती की ओर से बयाना के एक मैरिज होम में विश्वकर्मा जयंती मनाई गई जिसमें लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों व सदस्यों सहित लघु उद्योग कामगारों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया व विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर 25 कामगारों को भी संगठन की ओर से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया।इसी प्रकार बयाना भरतपुर रोड पर गांव अगावली के पास स्थित शिवालिक सिलिका माइंस व क्रेशर जोन में भी विश्वकर्मा की पूजा अर्चना कर जयंती मनाई और श्रमिकों व कामगारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नितिन सिंघल ,केतन बंसल , प्रमोद जैन, चंद्रप्रकाश कपूर ,राजीव अग्रवाल, रोहित अग्रवाल, अरुण धाकड़, कुशलपाल राजावत, संदीप अग्रवाल, मुकेश बंसल आदि भी मौजूद रहे।