महिला की मौत हादसा या हकीकत मऊ पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहे पीड़ित परिजन

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महिला की मौत हादसा या हकीकत मऊ पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहे पीड़ित परिजन

चित्रकूट मऊ। जनपद के मऊ थाना/कोतवाली क्षेत्र के गांव छिवलहा में लाइट बिगाड़ने के आरोप में दो पक्षों के बीच में झगड़ा हो गया जिसमें झगड़े ने इतना गंभीर रूप ले लिया कि इस झगड़े में एक महिला की जान चली गई जिसको झगड़ा करने वाले ड्राइवर ने जानबूझ कर ट्रक से महिला की हत्या कर दी वहीं पुलिस ने पीड़ित परिजनों का प्रार्थना पत्र न लेकर हत्या को दुर्घटना का नाम देकर मुकदमा दर्ज़ कर लिया है l

मामला मऊ थाना/कोतवाली क्षेत्र के गांव छिवलहा का है छिवलहा गांव निवासी राजा पुत्र ललवा ने प्रभारी निरीक्षक मऊ को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि 11 नवंबर 2023को शाम लगभग सात बजे पड़ोसी रामपलट पुत्र रामजबल ने पीड़ित के ऊपर लाइट खराब करने व बिजली न जलने का झूठा आरोप लगाकर झगड़ा करने लगा जिसमें पीड़ित ने बंदरों द्वारा लाइट बिगाड़ने की बात कहकर विरोध किया तो राम पलट, राम जबल, विपिन यादव व रामसिया पीड़ित के साथ मारपीट करने लगे तभी पीड़ित के परिजनों ने आकर बीच बचाव किया तभी रामपलट (ड्राइवर) ने अपने दरवाज़े के पास खड़े ट्रक को स्टार्ट कर पीड़ित व पीड़ित की पत्नी की तरफ़ हत्या करने के इरादे से ट्रक तेज़ी गति से चलाकर आया जिसमें अपनी चाय की दुकान पर कार्यरत पीड़ित की पत्नी कुशलवा के ऊपर ट्रक चढ़ाकर रौंद दिया और मौके से फरार हो गया ट्रक के रौंदने से पीड़ित की पत्नी कुशलवा की मौके पर ही मौत हो गई है उक्त हत्या को अंजाम देने वाला ट्रक संदीप रोड लाइन्स का है जिसका नंबर यू पी 96बी 9720 है।पीड़ित ने प्रभारी निरीक्षक मऊ को दिए गए प्रार्थना पत्र में रामपलट पुत्र राम जबल, विपिन यादव पुत्र कैलाश यादव, रामसिया पुत्र नन्हेलाल व राम जबल पुत्र ललवा के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की मांग की है।वहीं पीड़ित पति ने थाना/ कोतवाली मऊ पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र को थाना प्रभारी द्वारा नहीं लिया गया है और आरोपियों को बचाने के लिए प्रभारी निरीक्षक ने अपने मन मुताबिक धाराओं में मुकदमा दर्ज़ किया गया है।सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि ट्रक ड्राइवर राम पलट पुत्र राम जबल द्वारा जानबूझकर ट्रक चढ़ाकर की गई महिला की हत्या को प्रभारी निरीक्षक मऊ द्वारा दुर्घटना का नाम देकर आखिर मामले को क्यों दबाया जा रहा है व अन्य आरोपी विपिन यादव पुत्र कैलाश यादव, रामसिया पुत्र नन्हेलाल व राम जबल पुत्र ललवा को आखिर क्यों बचाने का प्रयास किया जा रहा है l पीड़ित द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर आखिर क्यों एफ आई आर दर्ज़ की गई है उपरोक्त मामला मऊ थाना/ कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है lअब देखना यह है कि पुलिस अधीक्षक महोदया उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांचकर कराकर आवश्यक कार्यवाही करने का काम करती हैं या फिर हत्या के मामले को हादसा दिखाकर मामले को रफा दफा करने का काम किया जायेगा व पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटकता रहेगा यह एक बड़ा सवाल है l


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