सद्गुरु के बताए मार्ग से ही कल्याण संभव: संत सतीश भौसलें


 नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा आध्यात्मिक प्रस्तुतियां, दर्शक हुए भाव विभोर

भीलवाड़ा।सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज की कृपा से संत निरंकारी मंडल जॉन भीलवाड़ा द्वारा जॉन समागम में नन्हे-मुन्ने बच्चों की आध्यात्मिक विचारधारा पर प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु दर्शक भाव विभोर हो गए आज के समय में जहां एक और बच्चे सद्गुरु के बताएं मार्ग पर चलकर संस्कार एवं ज्ञानवान हो रहे हैं वही अनदेखी के कारण गलत मार्ग में चलकर कई बच्चे अपना जीवन व्यर्थ कर रहे हैं। बाल समागम में कोटा से आये ब्रह्मज्ञानी संत सतीश भौसलें ने अपने विचार में फरमाया कि जिन पर सतगुरु की कृपा हो जाती है उनका जीवन सुंदर बन जाता है उनको जीवन जीने की दिशा और दशा मालूम हो जाती है। बच्चों को जीवन जीने का लक्ष्य होना चाहिए कि हमें मानव जीवन मिला है हमें किस मार्ग पर चलना है यह बिना सतगुरु के संभव नहीं है हमें गुरु के प्रति समर्पित होना चाहिए मानव को हर पल में शुक्रिया हर अदा में शुक्रिया करते रहना चाहिए बच्चों को मन की अवस्था मजबूत करके ही संस्कारवान होते हैं। तथा मनमती से चलने से मन मे सुकून असंभव है। हमें प्रेमा भक्ति से जीवन जीना चाहिए तथा मन में यह विश्वास होना चाहिए कि जो कुछ भी हो रहा है यह निरंकार की रजा में हो रहा है। नजर बदलो नजरिया बदल जाएगी सतगुरु की सिखलाई जीवन में उतरकर अपना जीवन सफल बनाएं तथा सद्गुरु के बताइए अनुसार जीवन जीने से कल्याण संभव है जैसा सद्गुरु चाहता है वैसा ही जीवन जिए।

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इन्होने किया बाल समागम में पहुंचकर बच्चों का उत्साहवर्धन

बाल समागम में जनप्रतिनिधि नवनिर्वाचित लोकसभा सांसद दामोदर अग्रवाल, शहर विधायक अशोक कोठारी, पूर्व सभापति मंजू पोखरना, कांतिभाई जैन, समाजसेवी विश्वबंधु सिंह राठौड़, आरएसएस भगवान सिंह आदि ने बाल समागम में पहुंचकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया। भीलवाड़ा जॉन के जोनल प्रभारी संत जगपाल सिंह ने आए हुए जनप्रतिनिधि का मंडल की ओर से दुपट्टा पहनाकर स्वागत एवं अभिनंदन किया एवं मिशन का साहित्य भेंट किया।

बच्चों द्वारा दिया आध्यात्मिकता का संदेश

मीडिया सहायक लादूलाल भांड ने बताया कि बाल समागम में जॉन भर है बच्चों ने नाटक कविता गीत गजल एवं विचारों द्वारा आध्यात्मिकता का संदेश दिया समागम में कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, गुलाबपुरा, शाहपुरा, मांडलगढ़, जहाजपुर, लाखोला एवं कई गांव से श्रद्धालु पहुंचकर बाल समागम का भरपूर आनंद प्राप्त किया। बाल समागम को सफल बनाने में सेवादल विशेष योगदान रहा। अंत में जोनल प्रभारी संत जगपाल सिंह राणावत ने सभी का आभार प्रकट किया।


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