महाकुंभ हादसे के बाद पहली बार संगम नगरी पहुंचे सीएम योगी,जानें क्या कहा


प्रयागराज।राजदेव द्विवेदी। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम नगरी पहुंचे।सीएम ने महाकुंभ का जायजा लिया और बसंत पंचमी के दिन तीसरे अमृत स्नान को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया।सीएम ने महाकुम्भ में मौनी अमावस्या में मची भगदड़ की घटना का जिक्र किया और मारे गए लोगों की बात की।इस दौरान सीएम ने बड़ा बयान दिया।बता दें कि भगदड़ के बाद सीएम योगी का ये पहला संगम नगरी का दौरा है।सीएम भगदड़ पीड़ितों से मुलाकात भी करेंगे।सीएम योगी ने संतों को संबोधित करते हुए कहा कि मौनी अमावस्या के अवसर पर संत समाज ने पूरा धैर्य दिखाया।एक चुनौती हम सभी के सामने आई,कुछ पूर्ण आत्मा एक हादसे का शिकार हो गईं,उन हालातों में भी हमारे संत समाज ने एक अभिभावक के तौर पर उस परेशानी का सामना किया और उस समस्या से हम सभी को उभारा।सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म के विरोधी प्रयास कर रहे थे कि संतों का धैर्य जवाब दे जाए, उसके बाद जगहसाई का कार्य करवाया जाए। सीएम ने कहा कि मगर संत समाज और सभी अखाड़ों ने उस समय पूरे महाकुंभ के आयोजन को अपना आयोजन मान लिया और पुण्य आत्माओं के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि दी।इसी के साथ उन्होंने मां गंगा के प्रति अपना समर्पण और कर्तव्य भी निभाया।सीएम योगी ने कहा कि इसी का परिणाम है कि पिछले 19 दिनों के अंदर 32 करोड़ से अधिक लोग पवित्र डुबकी लगा चुके हैं,जो यहां से जा रहा है वह यहां की गाथा और परंपरा के बारे में गुणगान कह रहा है। सीएम ने कहा कि ये गुणगान व्यक्ति का नहीं है बल्कि सनातन धर्म का है।सनातन धर्म ही मानव धर्म है,सनातन धर्म रहेगा तो मानव धर्म रहेगा,मानवता रहेगी,ये धरती रहेगी।सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग लगातार गुमराह करके सनातन धर्म के खिलाफ हर मुद्दे पर साजिश रचने से बाज नहीं आते। सीएम ने कहा कि राम जन्म भूमि के समय से हम ये देख रहे हैं।उनका चरित्र और व्यवहार उस समय में भी जग जाहिर था और आज भी है।ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा।बता दें कि मौनी अमावस्या के मौके पर करोड़ों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे थे।श्रध्दालुओं की भारी भीड़ जमा होने से भगदड़ मच गई है।भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 श्रद्धालु घायल हो गए।भगदड़ के बाद सख्ती दिखाते हुए योगी सरकार ने बसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।बसंत पंचमी के दिन तीसरे अमृत स्नान पर श्रध्दालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है।अब तक 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी चुके हैं।अनुमान लगाया जा रहा है कि यह संख्या 45 करोड़ तक पहुंच सकती है।


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