हम साथ है तो शक्तिशाली है – मुनि सुरेश कुमार

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हम साथ है तो शक्तिशाली है – मुनि सुरेश कुमार

मूलचन्द पेसवानी, युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार ने कहा- हम साथ है तो शक्तिशाली और निश्चित है। हम परिवार तंत्र को मजबुत बनाने विनम्रता, विश्वास, और विचारशीलता के तीन व सूत्र अपनाए। हम संघर्ष की नहीं श्रद्धा और समपर्ण की भाषा बोले, देखे कहा मेरी जरूरत है वहा अपने आपको नियोजित करे तो परिवार सही मायने मे परिवार हो जाता है।
वे अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल उद‌यपुर द्वारा आयोजित मेवाड़ आंचलिक मेरा परिवार : मेरी जिम्मेदारी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। तेरापंथ भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुनि प्रवर ने कहा- परिवार वह होता है जहा एक दूसरे के लिए एक दुसरे के प्रति समर्पण हो ।डिग्रीयां महत्वपूर्ण नहीं है ,होली- दिवाली एक दूसरे के साथ बेठकर खाना खाने की संभावनाओं के दरवाजे खुलेंगे तो परिवार मकान से ज्यादा घर लगेगा।

मुनि सम्बोध कु‌मार “मेधांश” ने अपनी प्रेरणा में कहा- अपेक्षा रखोगे तो उपेक्षा होगी। रिश्ते वही होते हैं जहा रात के अनबन का असर सुबह की जिम्मेदारीयों पर ना हो। हम अब परिवार को संभालते हैं तो स्वयं को तराशने का आरंभ हो जाता है। रोज बच्चों के साथ दस मिनट बिताकर जीवन के उतार-चढ़ाव में संतुलन सिखाए। मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा- परिवार में अगर खुशहाली उतारनी हो तो- रहना, सहना और कहना सीखे। अगर शांति से जीवन जीना है तो एक आग बने तो दुसरे को पानी बन जाना चाहिए।

→ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सरिता डागा ने कहा-हमने देश की राजधानी से यह सफर शुरू किया आज यह दुसरा उपक्रम उद‌यपुर में आयोजित हो रहा है। साथ रहे तो दायित्व विभाजित होकर सर्वांगीण विकास के दरवाजे खोलता है। फेसबुक से अनजान लोगो को फ्रेंड्स बनाने के दौर में फेस टू फेस अपने परिवार से मिलने की शुरूवात करे।
→ मुख्य वक्ता वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती रागिनी शर्मा ने कहा-आपस में एक दुसरे के प्रति कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्धता ही परिवार है।
अफसोस कि वह संस्कृति टूट रही है, कभी उदयपुर में एक परिवारिक न्यायालय होता था आज तीन न्यायालय है।

मुख्य अतिथी अभा.ते.म.मं महामंत्री श्रीमती नीतु ओस्तवाल ने मेरा परिवार: मेरी जिम्मेदारी विषय पर प्रशिक्षण देते हुए कहा- अपने लिए समय निकाले स्वयं को खुश रखे तो परिवार स्वर्ग का प्रतिरुप हो जाता है।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती विजयलक्ष्मी भूरा ने मेरा परिवार:मेरी ज़िम्मेदारी विषय पर विचार व्यक्त करते हुए पारिवारिक सामजसय की शपद दिलाई।
मेवाड़ आंचल प्रभारी डॉ श्रीमती नीना कावड़िया ने साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा द्वारा प्रेषित संदेश का वांचन किया।
इस मोके राष्ट्रीय सदस्य श्रीमती उषा सिसोदिया ने व पोस्टर मेकिंग कम्पटीशन के परिणामों की घोषणा की
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सदस्या श्रीमती मनाली चौरड़िया भी उपस्थित थी।
स्वागत तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षता सीमा बाबेल व आभार मंत्री ज्योति कच्छारा ने जताया।
तेयुप अध्यक्ष विक्रम पगारिया , श्रीमती सुमन डागलिया ने भी विचार व्यक्त किए
प्रथम सत्र में रिश्ते पहचाने रोम का समायोजन श्रीमती रेखा बोहरा ने किया।
मंच संचालन श्रीमती उषा चव्हाण, श्रीमती डिम्पल बाबेल ने किया ।

एक-एक कार्यक्रम की झलकियां

अ.भा.ते. म.मं. के देश भर में चलने वाले कार्यक्रम मेरा परिवार : मेरी ज़िम्मेदारी की मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ द्वारा रचित थीम साँग को राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने सामुहिक रुप से लाँच किया।

• आचार्य महाश्रमण के दीक्षा कलयाणक के अवसर पर अ.भा.ते.म.में के निर्देशन में 50 विद्यालय के गोद लेने के क्रम में उदयपुर महिला मंडल ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय पंचवटी, को 2 वर्ष के लिए गोद लेने का एम.ओ.यु राषट्रीय अध्यक्ष को समर्पित किया।

•उद‌यपुर तेरापंथ महिला मंडल ने मानव कल्याण आयामो के लिए अ.भा.ते. म.मं को इकत्तीस हजार रुपए का चैक भेंट किया ।

•तेरापंथ कन्या मंडल ने ऐसा घर हो मेरा, तेरापंथ महिला मंडल ने डिबेट काम्पीटिशन व कहानी घर- घर की पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

•अ.भा.ते.म.मं पदाधिकारियों तेरापंथ महिला मंडल उदयपुर के उल्लेखनीय कार्यक्रम आयोजित करने हेतु स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदित किया।

• पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में निशा नाहटा प्रथम, सपना बोलिया द्वितीय, व दीक्षा हिरण तृतीय रही । महिला मंडल द्वारा उन्हें पुरस्कृत किया गया।


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