डीग|महिला अधिकारिता विभाग एवं रूरल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑल राउंड डेवलपमेंट सोसाइटी रोड्स डीग द्वारा अधिकृत महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र थाना कोतवाली डीग पर कराया गया राजीनामा काउंसलर विनीता पचौरी ने बताया कि राधा कुंड जिला मथुरा उत्तर प्रदेश निवासी शीतल की शादी लाल कोठी अऊ दरवाजा जिला डीग निवासी अतुल जाटव पुत्र सुरेश जाटव के साथ हुई थी इन दोनों की एक बच्ची है अतुल सैटरिंग का कार्य करता है जिस कारण उसे घर से बाहर रहना पड़ता है उसकी पत्नी कुछ ही दिनों बाद सास ससुर से अलग इस मकान में रहने लगी अतुल की छोटी दो बहने हैं शीतल का कहना है कि अतुल की मां सरोज ससुर सुरेश तथा उसकी दोनों नन्द आए दिन उसके साथ मारपीट करती हैं तथा गाली गलौज करती हैं और उसके पति को सिखा करके उसके साथ मारपीट करवाती हैं आज सुबह भी सभी ने मिलकर के उसके साथ मारपीट की जिस कारण उसके गर्दन और कान में से खून निकल रहा था और वह बहुत ही भयभीत स्थिति में थाने में आई महिला सुरक्षा सलाह केंद्र की काउंसलर विनीता पचौरी तथा प्रियंका शर्मा ने उसको पानी पिलाया के चुप कराया वह रो रो कर बस यही कह रही थी कि उसके ससुराल वाले उसको मार डालेंगे मुझे बचा लो महिला सुरक्षा सलाह केंद्र के हेल्पलाइन नंबर से उसके मायके वालों को फोन कराया गया तो उसके भाई थाना कोतवाली परिसर में कुछ टाइम बाद आ गए दोनों पक्षों को बुलाया गया जिसमें उसका पति घर छोड़कर के भाग गया काफी प्रयास करने के बाद उसके पति को भी लाया गया बहुत समझाने के बाद में पता चला कि शीतल के सास ससुर तथा उसकी नंद आए दिन उसे ताने देती हैं और जवाब देने पर उसके साथ मारपीट करती हैं उन सब के साथ मिलकर उसका पति भी उसके साथ मारपीट करता है महिला सुरक्षा सलाह केंद्र की समझाने से उनका भविष्य में ऐसा न करने के लिए पाबंद किया गया शीतल के मायके वाले और ससुराल वालों की सहमति से राजीनामा कराया गया जिसमें शीतल अपने साथ ससुर से किसी प्रकार का और सास ससुर शीतल से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं रखेंगे शीतल का पति महीने का खर्च उसको देगा दोनों पति-पत्नी एक दूसरे को हिसाब किताब देंगे मायके वाले आकर के छोटी-छोटी बातों पर हस्तक्षेप नहीं करेंगेअतुल अपनी बहन के नाम एक अकाउंट खुलवाएगा जिसमें हर महीने ₹2000 डालेगा जो भविष्य में उसकी शादी के काम आएंगे अतुल और उसके घर वाले शीतल पर कभी हाथ नहीं उठाएंगे शीतल भी उनको कभी जवाब नहीं देगी इस तरह की समझाईश से राजीनामा कराया गया जिस पर दोनों ही पक्षों ने अपनी सहमति जताई 6 महीने के लिए उन्हें पाबंद किया गया यदि 6 महीने के अंदर इस तरह की कोई घटना आती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी सभी ने फैसले पर सहमति जताई महिला सुरक्षा सलाह केंद्र के प्रयासों से समाज में महिलाओं के साथ हो रही अत्याचारों में सुधार हो रहा है तथा उन्हें उचित न्याय मिल रहा है