महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाया गया सराहनीय कदम
भीलवाड़ा|शहर में महिलाओं की सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम निर्णय लिया गया है। भीलवाड़ा के विधायक अशोक कोठारी द्वारा हाल ही में जिला परिवहन अधिकारी को लिखे गए पत्र के फलस्वरूप जिले में संचालित सभी निजी बसों में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों का प्रावधान लागू किया गया है। इस फैसले को महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
विधायक कोठारी ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि भीलवाड़ा जिले में बड़ी संख्या में निजी बसें विभिन्न रूटों पर संचालित होती हैं, लेकिन इन बसों में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके कारण कई बार महिलाओं को खचाखच भरी बसों में असुविधा का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से छात्राएँ, गर्भवती महिलाएँ, छोटे बच्चों के साथ सफर करने वाली माताएँ और वृद्ध महिलाएँ इस स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित होती हैं।
विधायक की इस अनुशंसा को गंभीरता से लेते हुए जिला परिवहन अधिकारी ने तुरंत एक आदेश जारी किया, जिसमें समस्त निजी बस ऑपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी बसों में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें सुनिश्चित करें। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यात्रा के दौरान किसी भी महिला यात्री को प्राथमिकता के आधार पर सीट उपलब्ध कराई जाए, जिससे उन्हें खड़े होकर यात्रा न करनी पड़े।
मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित रोडवेज बसों में पहले से ही महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों की व्यवस्था है, लेकिन निजी बसों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं था। इस नई व्यवस्था से न केवल महिलाओं को यात्रा के दौरान सम्मान और सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे समाज में महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय नागरिकों, खासकर महिलाओं ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए विधायक कोठारी और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। कई महिलाओं ने इसे ‘मातृशक्ति के सम्मान की दिशा में एक ठोस कदम’ बताया है।
यह पहल न केवल भीलवाड़ा जिले के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी एक अनुकरणीय उदाहरण बन सकती है। यदि अन्य जिलों में भी ऐसी व्यवस्था लागू की जाए तो महिलाओं की यात्रा और भी अधिक सुरक्षित और सम्मानजनक बन सकेगी।