सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं; कनिष्ठ अभियंताओं का कार्य बहिष्कार चौथे दिन भी जारी
वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर सोमवार से जारी कनिष्ठ अभियंताओं का सामुहिक अवकाश चौथे दिन भी जारी रहा।
पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के बैनर तले जयपुर चल रहे धरने में लगभग 2000 जेईएन मौजूद रहे। विद्युत निगमों में 4500 जेईएन निरंतर कार्य बहिष्कार कर राज्य सरकार से लगातार वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहे हैं।
प्रदेश संयुक्त सचिव नितिन जोशी ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता विगत 12 वर्षों से निरंतर संघर्ष कर रहे हैं परन्तु अभी तक सिर्फ आश्वासन देकर वादाखिलाफी की जाती रही है।
राज्य सरकार ने बजट में बिंदु संख्या 155 पर एसीपी के स्थान पर पदोन्नति पद का वेतनमान देने की घोषणा की है परन्तु अभी तक वह भी क्रियान्वित नहीं हुई है। इससे सभी अभियंताओं में रोष व्याप्त है।
अब इस आंदोलन को कई जिलों से सहायक और अधिशाषी अभियंताओं का भी समर्थन मिलने लगा है। कई जिलों से जल्द बजट घोषणा लागू ना होने तथा वेतन विसंगति दूर नहीं होने पर सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है। बिजली इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ जोधपुर डिस्कॉम ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए कल से कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई पहल नहीं की गई है इस अनसुनी से आहत अभियंताओं ने कहा कि यह अनिश्चितकालीन धरना मांगें पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा।