कार्यशाला का उद्देश्य लोगों को मानकों का उपयोग समझाना व उन्हें अपनाने के लिए बढ़ावा देना है-दीक्षा शर्मा
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा नागरिकों को गुणवत्ता के लिए जागरूकता लाने के उद्देश्य से आज शाहपुरा जिला मुख्यालय पर स्थित राउमावि में कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला में भारतीय मानक ब्यूरों द्वारा मुख्य वक्ता एवं माइक्रो बाईलोजिस्ट दीक्षा शर्मा ने वस्तुओं की गुणवत्ता के संबंध में दिए गए दिशा निर्देशों की भी जानकारी दी गई।
कार्यशाला में जागरूकता पैदा करने के लिए वहीं पर प्रतियोगिता का आयोजन 20 ग्रुप बनाकर किया गया। जिसमें से चार ग्रुपों को विजेता घोषित किया गया। इसमें प्रथम ग्रुप विजेता की कोमल वैष्णव और नेहा सोनगरा, द्वितीय ग्रुप विजेता आकाश साहु, तृतीय ग्रुप विजेता घनश्याम कुमावत व रमेश कुमावत, चतुर्थ ग्रुप विजेता हेमराज खटीक व पप्पू लाल कुमावत रहे। इनको पारितोषिक भी दिया गया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य कमलेश मीणा, उप प्रधानाचार्य राजीव सुवालका, संयोजक जितेंद्र सिंह राजपूत, मनीष सुखवाल, षिवराम खटीक व लक्ष्मी शर्मा मोजूद रहे।
मुख्य वक्ता एवं माइक्रो बाईलोजिस्ट दीक्षा शर्मा ने भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा देश में गुणवत्ता के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य एवं कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कार्यशाला के अधिनियम का मुख्य उद्देश्य जन सामान्य भारतीय मानकों के उपयोग और उन्हें अपनाने हेतु बढ़ावा देना है। शर्मा ने भारतीय मानक ब्यूरों द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रकार की कार्यशाला का उदेश्य लोगों को जागरूक करना है।
उन्होंने बताया कि बच्चों के खिलौनों पर भी मानक ब्यूरों का पंजीयन कराना भी आवश्यक है। शर्मा ने कहा कि स्टैण्डर्ड क्लबों के माध्यम से मानकों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। चार हजार स्टैण्डर्ड क्लब बन चुके हैं। छात्र-छात्राआंे के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित किए जाने हेतु भारतीय मानक ब्यूरों द्वारा शिक्षण संस्थाओं को वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करा रहा है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर नागरिकों को गुणवत्ता पूर्ण वस्तु मिले इस दिशा में संयुक्त रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने भारतीय मानक ब्यूरों के तहत विभिन्न मानकों की जानकारी देते हुए बताया कि वस्तु पर ब्यूरो का मानक अवश्य देंखे। उन्होंने मानक की कैसे सही पहचान करने की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वस्तु का मानक होने के पीछे नागरिकों को बेहतर सामग्री एवं सुरक्षा मिलना भी है। उन्होंने बताया कि आईएसआई निशान के बिना उत्पादक कर्ता पैकिंग सामग्री नहीं बेच सकता है। इसके लिए उसे मानक ब्यूरो के समीप के कार्यालय में पंजीयन कराना आवश्यक होगा। इसी प्रकार ज्वैलर्स को भी होलमार्क भी मानक ब्यूरों से लेना आवश्यक है।