बाल विवाह, शिक्षा, गरीबी व लैंगिक असमानता पर कार्यशाला आयोजित


भीलवाड़ा|बाल व महिला चेतना समिति तथा डायरेक्टर एक्शन फॉर वुमन नाऊ के संयुक्त तत्वावधान में पवन ईंट भट्टा, हरिपुरा में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें बाल विवाह, शिक्षा, गरीबी और लैंगिक असमानता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला में ईंट भट्टों पर काम करने वाली महिलाओं और उनकी बेटियों ने भाग लिया। संस्था अध्यक्ष तारा अहलूवालिया मुख्य वक्ता रहीं, जिन्होंने बाल विवाह के सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक प्रभावों पर विस्तार से प्रकाश डाला। अहलूवालिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि – बाल विवाह के मुख्य कारणों में गरीबी, शिक्षा की कमी, लैंगिक असमानता, सामाजिक परंपराएं और असुरक्षा की भावना प्रमुख हैं। आर्थिक तंगी के कारण माता-पिता अपनी बेटियों की जल्दी शादी कर देते हैं ताकि वे अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो सकें। साथ ही, शिक्षा के अभाव में लोग बाल विवाह के दुष्प्रभावों से अनजान रहते हैं। समाज में व्याप्त लैंगिक भेदभाव भी बाल विवाह को बढ़ावा देता है, जहां लड़कियों को बोझ समझकर कम उम्र में विवाह बंधन में बांध दिया जाता है। कई बार सामाजिक दबाव और असुरक्षा की भावना भी अभिभावकों को ऐसा करने के लिए मजबूर करती है।

बाल विवाह के अनेक नकारात्मक प्रभाव होते हैं, जिनमें सबसे बड़ा प्रभाव शिक्षा से वंचित होना है। शादी के बाद अधिकतर लड़कियां पढ़ाई छोड़ देती हैं, जिससे उनके विकास की संभावनाएं सीमित हो जाती हैं। इसके अलावा, कम उम्र में विवाह और गर्भधारण से उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में वृद्धि होती है। घरेलू हिंसा और शोषण का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि कम उम्र की लड़कियां आर्थिक और मानसिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं होतीं। इसके अलावा, जब अशिक्षित और कमजोर माता-पिता बाल विवाह की परंपरा को जारी रखते हैं, तो यह समस्या अगली पीढ़ी तक बनी रहती है, जिससे गरीबी और अशिक्षा की यह कड़ी टूटने का नाम नहीं लेती।

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कार्यशाला में भावना, परमेश, श्याम और विशाल का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने समुदाय के लोगों को जागरूक करने और उन्हें सही जानकारी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं और किशोरियों ने अपने अनुभव साझा किए और शिक्षा एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई।
कार्यशाला में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता पूजा मेघवाल व प्रेम उपस्थित रही।


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