कुशलगढ़|नगर के अति प्राचीन मनोकामना सिद्ध श्री काला गोरा भैरवनाथ मंदिर की भूमि पर श्रीमती कलावती पत्नी स्व. कन्हैयालाल लखारा द्वारा जमीन पर गलत तरीके से कब्जा करके उक्त भूमि का नगर पालिका से पट्टा जारी करवा लिया गया व उक्त पट्टे के आधार पर भूमि पर भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है। उक्त भूमि को श्रीमती कलावती पत्नी स्व. कन्हैयालाल लखारा से मुक्त करवा कर जमीन का पट्टा खारिज किया जावे व जमीन को मंदिर समिति श्री काला गोरा भैरवनाथ मंदिर को सुपुर्द की जाने हेतु जिला कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन कुशलगढ़ तहसीलदार शंकरलाल मईडा को दिया। भैरव नाथ के सदस्यो व भक्तों एवं नगर के सर्व समाज द्वारा कुशलगढ़ नगर के बांसवाड़ा रोड पर अति प्राचीन मनोकामना सिद्ध श्री काला गोरा का एक मंदिर है। जो राजा महाराजा के समय से नगर के बांसवाड़ा रोड मध्य स्थित है। उक्त मंदिर समिती की भूमि पर कन्हैयालाल पिता चंपालाल लखारा द्वारा दिनांक 27 फरवरी 1978 को कुशलगढ़ नगर पालिका में एक प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया था की मै भेरव नाथ मंदिर का पुजारी हूं। यहां भक्तों का आना जाना रहता है मेरे पास तथा मेरे परिवार के पास रहने के लिए जमीन नहीं है।जिसके लिए मंदिर की जमीन पर एक कमरा बनाने की अनुमति दी जाए। ज्ञापन देने वाले में गौरी भुवा,शालू भुवा,बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष जिनेंद्र सेठिया,नपा पार्षद नरेश गादिया,समिति के मिथलेश बसेर,पवन राठौड़,कमलेश राठौड़,मुकेश राठौड़,अमित सिंह चौहान,दिग्विजय सिंह और सैंकड़ों भक्त मौजूद रहे।