कुशलगढ| विद्या भारती संस्थान बांसवाड़ा द्वारा संचालित विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय बागीदौरा में कन्या पूजन महा आरती एवम गरबा रास का कार्यक्रम मुख्य वक्ता नवनीत शुक्ल (मंत्री विद्या भारती संस्थान, बांसवाड़ा ) देवचंद बुनकर (उपखण्ड अधिकारी बागीदौरा) के विशिष्ट आतिथ्य, रूक्मणी आर्य ( सरपंच बागीदौरा) के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। अतिथियों का परिचय विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम सोलंकी ने व स्वागत पूर्व छात्र परिषद के सह संयोजक हार्दिक सोनी द्वारा करवाया गया । मुख्य वक्ता नवनीत शुक्ल ने सामाजिक समरसता के विषय में बताया कि हमें जाति पाती, ऊंच नीच के भेद को हमें समाप्त करते हुए एक भारतीय होने का गौरव होना चाहिए। उन्होंने बताया कि यत्र ननार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारियों की पूजा होती है।वहां स्वयं भगवान भी गायन करने आते हैं ।कन्या पूजन का कार्यक्रम हमारी परंपरा है इसका निर्वहन करना भी हमारा दायित्व है। इसे केवल औपचारिक रूप से नहीं करके पूरे मन से निभाना चाहिए । आज के समय में हम जितना कन्या व मातृशक्ति को महत्व देंगे हमारा देश उतना ही सबल बनेगा। क्योंकि इन्हीं मातृ शक्तियों के द्वारा हमारे आगे आने वाली भावी पीढ़ी का निर्माण होना है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि देवचंद बुनकर ने बच्चों को संबोधित करते हुए गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन किस प्रकार से किया जाता है एक कहानी के माध्यम से बताया। तत्पश्चात सभी अतिथियो के द्वारा माता जी के नौ रूपों की का विधिवत पूजन किया गया। उनको भेंट दी गई तथा महा आरती का आयोजन किया गया इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के सहसचिव व एसीबीओ बागीदौरा नीरज दोसी समिति अध्यक्ष हिरजी भाई पटेल पूर्व छात्रा वर्षा पटेल समाजसेवी दिलीप दोसी विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अश्विन प्रणामी तथा बागीदौरा खंड प्रचारक अरुणभाई उपस्थित थे ।कार्यक्रम में अतिथियों का आभार विद्यालय प्रबंध समिति के सहकोषाध्यक्ष परमेश्वर पाटीदार ने ज्ञापित किया कार्यक्रम में 363 कन्याओं व 92 बटुकों का पूजन किया गया । यह पूरा आयोजन राष्ट्र सेविका समिति के तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर सेविका समिति की शोभा प्रणामी राधा सोनी अनीता सोनी नीलम सोनी नैना रावल प्रांजल सोनी ममता आमेटा ज्योति रावल अंजू प्रणामी भारती मेहताआदि मौजूद थे। समिति की बहनों द्वारा सभी कन्याओं को श्रृंगार सामग्री भेंट की गई ।कार्यक्रम का संचालन महेंद्र प्रजापत ने किया। यह जानकारी विद्यालय के प्रचार प्रमुख निरंजन दवे ने दी।