पंतजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में योग प्रशिक्षण शिविर का हो रहा आयोजन
भरतपुर । पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वावधान में राज्य स्तरीय 15 दिवसीय (3 से 17 जून) सहायक योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर मुख्य संयोजक एवं सह राज्य प्रभारी वीरीसिंह कुंतल के नेतृत्व में किया जा रहा है एवं सांयकालीन 5.30 बजे से ऑनलाइन प्रशिक्षण जयपुर से दिया जा रहा है। बुधवार को 12वें दिन कुंतल द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को भस्त्रिका, कपालभांति, अनलोम विलोम कराते हुए बताया कि अनुलोम विलोम 15 से 20 मिनट तक नियमित रूप से करने पर मनुष्य की सम्पूर्ण शरीर की 72 करोड 72 लाख 10201 नाडियां परिशुद्ध हो जाती हैं तथा मूल आधार चक्र, स्वाधिष्ठान चक्र, मणिपुर चक, अनाहत चक्र, हृदय चक्र, तथा गले के पास विशुद्धि चक्र तथा सातवां दोनों वोहों के मध्य आज्ञा चक्र, एवं सिर के अंदर तलुवा से ऊपर सहस्त्ररार चक्र सक्रिय हो जाते हैं। आत्मिक बल एवं बुद्धि का विकास होता है जीवन में सकारात्मक सोच उत्पन्न हो जाती है तथा नियमित रूप से योग प्राणायाम करने से जीवन रूपांतरित हो जाता है, मन को शांति मिलती है चौबीस घंटे के लिए रिचार्ज हो जाते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता एवं कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। योग शिविर में बताया कि गंगो सिंह पूर्व विकास अधिकारी के बी.पी. एवं कान के आपरेशन से बचाव हुआ है, लक्ष्मी चाहर के टेंशन दूर एवं नींद नहीं आती थी, अंजना बंसल की डायविटीज कन्ट््रोल होकर इन्सूलन बंद कर दी है, मंजू मित्तल थाईराइड तथा चंदर सिंह एवं प्रकाश चंद शर्मा का 8 किलो वजन कम हो गया है। इस प्रकार कई साधकों को विभिन्न बीमारियों से मुक्ति मिली है तथा एलोपैथी दवाईयां बंद करदी गई हैं तथा आयुर्वेद दवाई से उपचार किया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में उत्तम सिंह, ओमवीर सिंह, डॉ. सतीश पाराशर, शिवदत्त तेनगुरिया, राजवीर सिंह, आचार्य विश्वपाल सिंह, सुरेश अग्रवाल, महेन्द्र सिंह, रेनू सिंघल, अशोक गुप्ता, केशवदेव शर्मा, गोविन्द सिंह आदि 35 से 40 योग साधक नियमित रूप से लाभ ले रहे हैं।
P. D. Sharma