अभातेयुप की सत्र 14 दिवसीय सम्यक दशर्न कार्यशाला

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चेतना में व्रत की निष्ठा समा जाए तो समस्याओं का स्वयं अंत हो जाए- चतुर्दशी पर मुनि सुरेश कुमार ने कहा- महाप्रज्ञ विहार में हो रहा है रामायण का वांचन

शाहपुरा पेसवानी। तेरापंथ धर्मसंध के एकादशम अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार ने कहा- जीवन संत का हो या श्रावक का मर्यादा नितांत जरूरी है। जहां नियम के प्रति निष्ठा हो वहा प्रसिद्धि स्वयं ही व्यक्ति का आलिंगन करती है। मुनिप्रवर चतुर्दशी के दिन तेरापंथ का आधार स्तंभ मयार्दा पत्र का वांदन कर रहे थे। उन्होने प्रज्ञा शिखर महाप्रज्ञ विहार में चल रहे चातुर्मासकालीन प्रवचन में बोल रहे थे। छोटे-छोटे नियमों की अखंड आराधना ही संयम की सार्थक साधना है। मुनि का जीवन कुछ अंशों तक श्रावक समाज पर निर्भर है। मुनि की साधना में आहार की महत्वपूर्ण भुमिका है, और आहार का आधार है श्रावक समाज । मुनि का अपना विवेक होता है कि वे हठ-मनुहार से नियमों में बंधकर आहार ग्रहण करें। जैन मुनि ने कहा- समय बदल रहा है मगर समय की आधुनिक दौर को में नियमों के विकल्प ना ढूँढा जाए। त्याग ही धर्म की बुनियाद है चेतना में व्रत के प्रति निष्ठा रहेगी आत्मा की समस्याओं का वहीं अंत होना आरंभ होगा। हम बाहर – भीतर स्फटिक सी उज्जवलता, निर्मलता, पारदर्शिता रखे तो निर्जरा का आस्मान और बड़ा होगा।उन्होने कहा- पद के उम्मीदवार ना बने गलती को छिपाना और प्रसारित करना दोनो दोषपूर्ण है। वह सुविनित श्रावक होता है जो संतों की साधना में निर्विकार रूप से सहयोगी बने ।

जैत रामायण का शुरू हुआ वाँचन

इससे पूर्व मुनि सम्बोध कुमार’ मेघांश’ ने जैन रामायण का वांचन शुरू किया। उन्होने कहा- राजा अनरण्य ने अपन माहिष्मति सम्राट सहस्त्रांशु के बाद कुमार दशरथ को राज्य की बागडोर सोपकर महाव्रतो की राह पर प्रस्थान कर दिया। नारद ने रावण में नैमैतिक के दशरथ पुत्रों द्वारा उसके अंत की घोषणा की जानकारी देते हुए विभीषण द्वारा दशरथ के वंश को नेस्तताबुत करने के संकल्प के संद‌र्भ में अभिव्यक्ति दी। रामायण का वांचन प्रतिदिन सोमवार से शनिवार प्रातः 9:30 से 10:00 बजे तक होगा

ते.यु.प की सम्यक दर्शन कार्यशाला शुरू

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद उद‌यपुर के बैनर तले मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य, मुनि सम्बोध कुमार के निर्देशन में मुति सिद्धप्रज्ञ के प्रशिक्षण में आचार्य महाप्रज्ञ द्वारा लिखित पुरुषोत्तम महावीर पुस्तक आधार पर चौदह दिवसीय का सम्यक दर्शन कार्यशाला का शुभारंभ हुआ भगवान महावीर 2551 वेन निर्वाण वर्ष पर आयोजित कार्यशाला के संदर्भ में परिषद् अध्यन्त्र भूपेश ख़मेसरा ने बताया कि कार्यशाला में मुनि सिद्धप्रज्ञ प्रतिदिन सोमवार से शनिवार प्रातः 9-10 बजे तक प्रशिक्षण दे रहे है। कार्यशाला 31 जुलाई से 14 अगस्त तक आयोजित होगी। 29 व 30 अगस्त को राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित होगी।

किशोर मंडल करेगा टेक अ ब्रेक व मिशन रात्री भोजन त्याग का आगाज

आज रविवार को हरियाली अमावस्या, फ्रेंडशिप डे व सिस्टर्स डे पर रविवारीय प्रवचन के तहत दोस्ती हो तो ऐसी विषय पर प्रवचन होगा। वहीं विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा टी.पी.एफ. सम्बोध कार्यशाला होगी। इसके बाद तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ किशोर मंडल द्वारा अहिंसा चेतना उद्देश्य से मिशन रात्रि भोजन त्याग, टेक-अ-ब्रेक अभियान का आगाज किया जायेगा। वहीं जैन दर्शन, तेरापंथ व सम-सामयिक विषयों पर किशोर मुनिवृन्द से जिज्ञासाए करेंगें। मुनिवृंद द्वारा सार्वजनिक रूप से जिज्ञासाओं का समाधान होगा।


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