कमल सरोवर तालाब पर पानी पीने से गौवंश की मौत
बहरावंडा खुर्द 12 सितम्बर। कस्बे में स्थित कमल सरोवर मॉडल तालाब में जहरीले पानी से जलीय जीवों के मृत होने के बाद मंगलवार को एक लावारिस गौवंश द्वारा तालाब का पानी पीने से गौवंश की मौत होने का मामला सामने आया है।जानकारी के अनुसार गौवंश तालाब के पास ही चर रही थी। गोवंश के चरने के साथ ही तालाब में जहरीले पानी को ली लिया। कुछ देर बाद ही गाय थोड़ी आगे चलकर तालाब के पानी के किनारे ही गिर गई। साथ ही जगह पर जोर-जोर से पैरों को पीटने लग गई। वहीं गौ भक्तों ने मौके पर ही पशु कंपाउंडर को सूचना दी गई।
कार्यवाहक पशु चिकित्सा चिकित्सा अधिकारी बहरावंडा खुर्द सुरेंद्र कुमार मीणा द्वारा तालाब किनारे पड़ी गाय का उपचार किया गया। सुबह करीब 11.30 गाय ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इस घटनाक्रम की ग्राम पंचायत बहरावंडा खुर्द को सूचना मिलते ही उन्होंने आनन फानन में कचरा उठाने वाली गाड़ी के साथ तीन सफाई कर्मियों को तलाब पर भेजा गया। उन्होंने मृत गोवंश को गाड़ी में रखकर गुपचुप तरीके से रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारण की सुरक्षा दीवार के समीप ले गए और वहां पहले से मौजूद कचरे के ढेर पर मृत गोवंश को डाल दिया।
इस मामले में तालाब पर 6 दिन बाद भी सुरक्षा के लिए ना तो तारबंदी और जाल लगाया गया है, वहीं ना ही इसके जहरीले पानी को खाली करवाया गया है। ऐसे में जलीय जीवों के बाद यहां पालतू पशुओं की मौत भी होना शुरू हो गई है।
जहां पर मृत गोवंश को डाला गया वहां पर रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारण की सुरक्षा दीवार में करीब 10 फीट का अवैध रास्ता बना हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि इस अवैध रास्ते से रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारण के बाघ एवं अन्य वन्य जीव तालाब पर पानी पीने के लिए आते जाते हैं। मृत गोवंश को जंगली जानवरों द्वारा खाने से उनमें संक्रमण फैलने की आशंका है।
कस्बे के खुले तालाब में कीटनाशक की वजह से जलीय जीवों व पालतू पशुओं की मौत से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इसके लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाही करने की मांग की है।
पशुधन सहायक छाण सुरेन्द्र मीना ने बताया कि गाय की गंभीर हालत को देखने गया था। गाय के मुँह से झाग आ रहे थे लक्षणों को देखते हुए गाय के शरीर मे जहर गया होगा जिससे उसकी मौत हो गई।